Computer Graphics In Hindi


आज के इस पोस्ट में आप Computer Graphics के बारे में जानेंगे, कंप्यूटर ग्राफ़िक्स क्या है, (Computer Graphics In Hindi) कंप्यूटर ग्राफ़िक्स के क्या प्रकार हैं, और इसका क्या उपयोग है।

कंप्यूटर ग्राफ़िक्स दो शब्दो से मिलकर बना है, यदि इन दोनों शब्दो को समझ लिया जाए तो आपको कंप्यूटर ग्राफ़िक्स का परिचय हो जाएगा।

कंप्यूटर का अर्थ उस मशीन या डिवाइस से है, जो सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर प्रोग्राम के निर्देश अनुसार प्रोसेसिंग, कैलकुलेशन और ऑपरेशन करता है। यह इनपुट के रूप में डाटा लेता है और उसकी प्रोसेसिंग कर हमें आउटपुट दिखाता है। 

Graphics से अर्थ एक प्रकार की कलाकृति, डिज़ाइन या Visual Image से है, जिसे किसी Canvas, Paper, Wall, Sign Board या Computer Monitor पर तैयार किया जाता है। इन्हे Information देने या मनोरंजन के लिए बनाया जाता है। 

कंप्यूटर ग्राफ़िक्स क्या है। Computer Graphics In Hindi


कंप्यूटर ग्राफ़िक्स डिज़ाइनिंग को आसान बनाने की वह कला है, जिसमे कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। Computer Graphics यानि कंप्यूटर का उपयोग कर प्रोग्रामिंग की मदद से किसी प्रकार का चित्र, ग्राफ, कलाकृति या डिज़ाइन बनाना है। कंप्यूटर ग्राफ़िक्स का उपयोग Videos के डेवलपमेंट, प्रोग्राम, Catalog या साइंस मॉडलिंग के लिए किया जाता है।  

सोचिये यदि किसी डिज़ाइन को हाथों से बनाए जाए तो उसमे कितना समय लग सकता है, और डिज़ाइन में किसी प्रकार का फेरबदल या बदलाव करना भी उतना आसान नहीं रहेगा। वहीँ कंप्यूटर ग्राफ़िक्स के द्वारा तेजी से किसी भी प्रकार की Digital Image तैयार की जा सकती है, और कभी भी उसके डिज़ाइन में बदलाव किए जा सकते हैं।

पहले के समय में जब मॉडल या प्रोटोटाइप तैयार करने के लिए कम्प्यूटर्स का उपयोग नहीं किया जाता था, तब Designer’s इन्हे अपने हाथों से Clay के द्वारा तैयार किया करते थे, जिसमे काफी समय लग जाता था और उनके डिज़ाइन को Modify करना या उसमे बदलाव करना भी उतना आसान नहीं होता था।

आज इन्ही सब कार्यों को Computer Graphics द्वारा तेजी से पूरा किया जाता है, थता इसमें अपनी आवश्यकता अनुसार डिज़ाइन को Modify भी किया जा सकता है, यानि कंप्यूटर ग्राफ़िक्स द्वारा कार्य को आसानी के साथ तेजी से तथा प्रभावी तरीके से किया जाता है।

कंप्यूटर ग्रफिक्स के प्रकार। Types Of Computer Graphics In Hindi

कंप्यूटर ग्राफ़िक्स के दो प्रकार हैं, Raster थता Vector, आइये इन दोनों को विस्तार से समझते हैं।

Raster Graphic:- रास्टर Image को आम तोर पर Bitmap इमेज भी कहा जाता है। यह एक प्रकार की डिजिटल इमेज होती है, जिसमे ढेरों छोटे आयताकार Pixels होते हैं, जो की Grid Formation में होकर किसी Image को बनाते हैं।
Vector Graphics:- रास्टर से उलट Vector ग्राफ़िक्स Mathematical Formula पर आधारित होते हैं, और इसी मैथमेटिकल फार्मूला के अनुसार किसी डिज़ाइन या इमेज को Draw किया जाता है। इसमें Raster की तरह Pixels नहीं होते हैं, बल्कि इसमें Paths शामिल होते हैं, जो की Points, Lines, Curves इत्यादि से बने होते हैं।   

Raster फाइल के Resolution को DPI या PPI (Dots Per Inch) (Points Per Inch) से संदर्भित किया जाता है। रास्टर इमेज जितनी बड़ी होगी वह उतना अधिक डिस्क स्पेस लेगी, अधिक्तर Images जिन्हे आप अपने कंप्यूटर स्क्रीन, डिजिटल कैमरा या वेब पर देखते हैं, वे सभी Raster Graphics में होते हैं। रास्टर इमेज के फोर्मट्स जैसे Jpg, Gif, Png इत्यादि होते हैं। इन Images की कमी यह है, की यदि इन्हे Zoom किया जाए तो यह Blur होने लगते हैं। 

इससे होता यह है, की वेक्टर इमेज को चाहे जितना बड़ा-छोटा कर लें या Zoom कर लें, वे लाइन, कर्व थता पॉइंट्स वैसे ही बने रहते हैं, यानि Image की Quality एक जैसे बनी रहती है, और वह Blur नहीं होती है। Vector Files जैसे Ai, Eps, Svg इत्यादि फोर्मट्स में होती हैं। 

ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी में फर्क।

अंतिम शब्द

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